
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2 अप्रैल 2025 को लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 प्रस्तुत किया। इस विधेयक का उद्देश्य वक्फ बोर्ड के संचालन में सुधार और पारदर्शिता लाना है। अमित शाह ने स्पष्ट किया कि वक्फ बोर्ड में केवल मुस्लिम समुदाय के सदस्य ही शामिल होंगे, क्योंकि वक्फ इस्लाम से संबंधित एक धार्मिक दान है। उन्होंने यह भी बताया कि वक्फ बोर्ड का कार्य धार्मिक गतिविधियों का संचालन नहीं, बल्कि वक्फ संपत्तियों के उचित प्रबंधन और प्रशासन की निगरानी करना है। इस विधेयक के माध्यम से वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने और उनकी आय का सही उपयोग सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है।
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 पेश किया। इस विधेयक के माध्यम से वक्फ बोर्ड के कार्यों में सुधार, पारदर्शिता और उनकी संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन को सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। उनके भाषण में निम्नलिखित मुख्य बिंदु थे:
1. वक्फ बोर्ड का उद्देश्य:
अमित शाह ने बताया कि वक्फ बोर्ड का प्रमुख कार्य धार्मिक गतिविधियों का संचालन नहीं है, बल्कि यह वक्फ संपत्तियों के उचित प्रबंधन और उनके प्रशासन की निगरानी करना है।
वक्फ संपत्तियों की सही तरीके से देखभाल और उनके जरिए होने वाली आय का सही उपयोग सुनिश्चित करना है।
2. वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग रोकना:
विधेयक का मुख्य उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकना और इन संपत्तियों का सही तरीके से प्रशासन करना है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि बहुत सारी वक्फ संपत्तियाँ समय के साथ नष्ट हो गई हैं या उनका दुरुपयोग हुआ है, जिसे अब रोकने का प्रयास किया जाएगा।
3. वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता:
अमित शाह ने वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता लाने की बात की। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वक्फ बोर्ड के सभी फैसले सार्वजनिक हों और इनमें किसी प्रकार की अनियमितता न हो।
बोर्ड के कामकाज में इलेक्ट्रॉनिक ट्रैकिंग सिस्टम और डिजिटलाइजेशन का उपयोग किया जाएगा।
4. वक्फ बोर्ड में केवल मुस्लिम समुदाय के लोग:
इस विधेयक में यह स्पष्ट किया गया कि वक्फ बोर्ड में केवल मुस्लिम समुदाय के सदस्य ही होंगे, क्योंकि वक्फ एक इस्लामिक धार्मिक दान है।
इस कदम का उद्देश्य वक्फ की धार्मिक और सांस्कृतिक संवेदनाओं को ध्यान में रखते हुए बोर्ड के संचालन को सही दिशा देना है।
5. कानूनी और प्रशासनिक सुधार:
इस विधेयक के तहत वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार करने के लिए कानूनी और प्रशासनिक पहलुओं को मजबूत किया जाएगा।
साथ ही, वक्फ संपत्तियों की निगरानी और आडिट को सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत प्रणाली विकसित की जाएगी।
6. विधेयक से मुस्लिम समुदाय को लाभ:
अमित शाह ने यह भी कहा कि इस विधेयक के माध्यम से मुस्लिम समुदाय के धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों को मजबूती दी जाएगी।
वक्फ संपत्तियों का सही उपयोग करने से मुस्लिम समाज को बेहतर सामाजिक और आर्थिक लाभ मिलेगा।